सिवा तेरे अब 'ज़ोया' को न कोई और भाता है। सिवा तेरे अब 'ज़ोया' को न कोई और भाता है।
ताज के आम हीरो ' (Based on the events of 26/11) ताज के आम हीरो ' (Based on the events of 26/11)
रगों में उबाल मारता लहू था, "इंकलाब" की आग साथ थी। रगों में उबाल मारता लहू था, "इंकलाब" की आग साथ थी।
मैं साँस भरने से घबराता हूँ, जब मुट्ठी भर आतंकी के हाथों से, मैं खून से नहाता हूं। मैं साँस भरने से घबराता हूँ, जब मुट्ठी भर आतंकी के हाथों से, मैं खून से नह...
तू मेरा दीवाना है या नहीं ये तो नहीं पता, मगर तुम्हारी हर अदाओं का ये दिल दीवाना है। तू मेरा दीवाना है या नहीं ये तो नहीं पता, मगर तुम्हारी हर अदाओं का ये दिल दीव...
क्या पता अनमें से कोई आपका हमसफ़र भी हो ? क्या पता अनमें से कोई आपका हमसफ़र भी हो ?